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Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition)

Shrilal Shukla
4.9/5 (12979 ratings)
Description:श्रीलाल शुक्ल जितने बड़े व्यंग्यकार हैं, उतने ही सशक्त कहानीकार भी, जिनकी कहानियों का बिल्कुल अलग अंदाज है, जिनमें एक धीमा-धीमा व्यंग्य अकसर घुला-मिला होता है। इससे कहानी जो कुछ कहती है, उसके अलावा भी कई और दिशाएँ और आशय खुलते हैं, जिनमें जीवन की विसंगतियाँ, मनुष्य की भीतरी उधेड़बुन और न कही जा सकने वाली मानव-मन की गुत्थियाँ भी शामिल हैं। श्रीलाल शुक्ल ने गाँव हो या शहर, महानगरीय उच्च वर्ग का अहं हो या निचले और मेहनतकश वर्ग की गहरी तकलीफें, सबको बहुत पास से देखा और सबकी भीतर की सचाइयों पर उनकी पैनी नजर रखी। इसी से उनकी कहानियों में यथार्थ के इतने बहुविध रूप सामने आते हैं कि ताज्जुब होता है। और यही नहीं, श्रीलालजी की कहानियों में शिल्प के इतने रूप हैं कि आप कह सकते हैं कि अपनी हर कहानी में वे शिल्प की एक अलग काट और भाषा के अलग अंदाज के साथ उपस्थित हैं। यह क्षमता और कलात्मक सामर्थ्य बहुत कम कथाकारों में देखने को मिलती है। ‘छुट्टियाँ’ और ‘यह घर मेरा नहीं है’ में उनकी भाषा का जो रंग है, वही ‘लखनऊ’, ‘कुत्ते और कुत्ते’, ‘यहाँ से वहाँ’ या ‘नसीहतें’ कहानियों में नहीं है और ‘उमरावनगर में एक दिन’ कहानी में तो श्रीलालजी भाषा के खिलंदड़ेपन के साथ सचमुच एक नया ही शिल्प गढ़ते नजर आते हैं। अनुक्रम भूमिका—5 1. छुट्टियाँ—13 2. यह घर मेरा नहीं—35 3. एक लुढ़कता हुआ पत्थर—47 4. एक चोर की कहानी—56 5. सर का दर्द—66 6. अपनी पहचान—72 7. मेरी भाभी—79 8. लखनऊ—88 9. जीवन का एक सुखी दिन—97 10. एक खानदानी नौजवान—100 11. भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ—107 12. एक पद्मभूषण का अभिनंदन—112 13. यहाँ से वहाँ—118 14. नसीहतें—122 15. को और को—127 16. उमरावनगर में कुछ दिन—135We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition). To get started finding Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition), you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
Release
ISBN
9352662970

Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition)

Shrilal Shukla
4.4/5 (1290744 ratings)
Description: श्रीलाल शुक्ल जितने बड़े व्यंग्यकार हैं, उतने ही सशक्त कहानीकार भी, जिनकी कहानियों का बिल्कुल अलग अंदाज है, जिनमें एक धीमा-धीमा व्यंग्य अकसर घुला-मिला होता है। इससे कहानी जो कुछ कहती है, उसके अलावा भी कई और दिशाएँ और आशय खुलते हैं, जिनमें जीवन की विसंगतियाँ, मनुष्य की भीतरी उधेड़बुन और न कही जा सकने वाली मानव-मन की गुत्थियाँ भी शामिल हैं। श्रीलाल शुक्ल ने गाँव हो या शहर, महानगरीय उच्च वर्ग का अहं हो या निचले और मेहनतकश वर्ग की गहरी तकलीफें, सबको बहुत पास से देखा और सबकी भीतर की सचाइयों पर उनकी पैनी नजर रखी। इसी से उनकी कहानियों में यथार्थ के इतने बहुविध रूप सामने आते हैं कि ताज्जुब होता है। और यही नहीं, श्रीलालजी की कहानियों में शिल्प के इतने रूप हैं कि आप कह सकते हैं कि अपनी हर कहानी में वे शिल्प की एक अलग काट और भाषा के अलग अंदाज के साथ उपस्थित हैं। यह क्षमता और कलात्मक सामर्थ्य बहुत कम कथाकारों में देखने को मिलती है। ‘छुट्टियाँ’ और ‘यह घर मेरा नहीं है’ में उनकी भाषा का जो रंग है, वही ‘लखनऊ’, ‘कुत्ते और कुत्ते’, ‘यहाँ से वहाँ’ या ‘नसीहतें’ कहानियों में नहीं है और ‘उमरावनगर में एक दिन’ कहानी में तो श्रीलालजी भाषा के खिलंदड़ेपन के साथ सचमुच एक नया ही शिल्प गढ़ते नजर आते हैं। अनुक्रम भूमिका—5 1. छुट्टियाँ—13 2. यह घर मेरा नहीं—35 3. एक लुढ़कता हुआ पत्थर—47 4. एक चोर की कहानी—56 5. सर का दर्द—66 6. अपनी पहचान—72 7. मेरी भाभी—79 8. लखनऊ—88 9. जीवन का एक सुखी दिन—97 10. एक खानदानी नौजवान—100 11. भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ—107 12. एक पद्मभूषण का अभिनंदन—112 13. यहाँ से वहाँ—118 14. नसीहतें—122 15. को और को—127 16. उमरावनगर में कुछ दिन—135We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition). To get started finding Shrilal Shukla Ki Lokpriya Kahaniyan (Hindi Edition), you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
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PDF, EPUB & Kindle Edition
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ISBN
9352662970
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