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वसुदेव

नरेंद्र कोहली, Narendra Kohli
4.9/5 (29238 ratings)
Description:वसुदेव और देवकी की चरम जिजीविषा की महान गाथा! अपनी तरह की मिथकीय कथा - परम्परा के नरेन्द्र कोहली एकमात्रा कथा - शिल्पी हैं, जिन्होंने समकालीन उपन्यास को नया आयाम और दिशा दी। इसलिए वह केवल हिन्दी ही नहीं, बल्कि तमाम भारतीय भाषाओं की उपन्यास - यात्रा में भैरप्पा, शिवाजी सामन्त और के.एम. मुंशी के समकक्ष खड़े हैं। नरेन्द्र जी ने अपनी कथा - धारा को वर्तमान साहित्य सन्दर्भों और विमर्शों में प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलाया। ‘वसुदेव’ उसी परम्परा की नई कड़ी है। ‘वसुदेव’ चरम जिजीविषा की कथा है, जो कष्ट देवकी और वसुदेव ने सहे, संसार के इतिहास में उसकी कोई तुलना नहीं। स्वयं बन्दियों का जीवन व्यतीत करते हुए उन्होंने अपने छः - छः पुत्रों की हत्या होते हुए देखी। परिवार, समाज, शासन अथवा राज्य के बाहर कहीं से भी किसी प्रकार की सहायता की कोई सम्भावना दिखाई नहीं दे रही थी, किन्तु उनकी संघर्ष की ऊर्जा समाप्त नहीं हुई। कंस उनके साहस को पराजित नहीं कर सका। अपने सातवें पुत्रा को इतने अद्भुत ढंग से बचा ले गए, जिसे हमारी कथाओं में योगमाया की लीला ही माना जा सका। भक्ति के धरातल पर आस्था की यह कथा ही राजनीति के धरातल पर एक अत्यन्त दुष्ट और शक्तिशाली शासक के विरुद्ध स्वतन्त्राता के संघर्ष की गाथा है। वसुदेव के आरम्भिक संघर्ष के पश्चात् इस युद्ध को स्वयं कृष्ण लड़ते हैं और गोकुल से आरम्भ कर, मथुरा और द्वारका से होते हुए, कुरुक्षेत्रा तक वे राक्षसों का वध करते हैं। समकालीन हिन्दी साहित्य के प्रख्यात लेखक नरेन्द्र कोहली का जन्म 1940 में स्यालकोट, पंजाब (अब पाकिस्तान में) में हुआ। बी.ए. आॅनर्स (हिन्दी) बिहार में किया। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. और पीएच.डी. किए। दिल्ली के पी.जी.डी.ए.वी. (सान्ध्य) काॅलेज से नौकरी शुरू करके 1965 में मोतीलाल नेहरू काॅलेज में पहुंच गए और यहीं से स्वैच्छिक अवकाश प्राप्त कर लिया।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with वसुदेव. To get started finding वसुदेव, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
544
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
HIND POCKET BOOKS
Release
ISBN
8121614732

वसुदेव

नरेंद्र कोहली, Narendra Kohli
4.4/5 (1290744 ratings)
Description: वसुदेव और देवकी की चरम जिजीविषा की महान गाथा! अपनी तरह की मिथकीय कथा - परम्परा के नरेन्द्र कोहली एकमात्रा कथा - शिल्पी हैं, जिन्होंने समकालीन उपन्यास को नया आयाम और दिशा दी। इसलिए वह केवल हिन्दी ही नहीं, बल्कि तमाम भारतीय भाषाओं की उपन्यास - यात्रा में भैरप्पा, शिवाजी सामन्त और के.एम. मुंशी के समकक्ष खड़े हैं। नरेन्द्र जी ने अपनी कथा - धारा को वर्तमान साहित्य सन्दर्भों और विमर्शों में प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलाया। ‘वसुदेव’ उसी परम्परा की नई कड़ी है। ‘वसुदेव’ चरम जिजीविषा की कथा है, जो कष्ट देवकी और वसुदेव ने सहे, संसार के इतिहास में उसकी कोई तुलना नहीं। स्वयं बन्दियों का जीवन व्यतीत करते हुए उन्होंने अपने छः - छः पुत्रों की हत्या होते हुए देखी। परिवार, समाज, शासन अथवा राज्य के बाहर कहीं से भी किसी प्रकार की सहायता की कोई सम्भावना दिखाई नहीं दे रही थी, किन्तु उनकी संघर्ष की ऊर्जा समाप्त नहीं हुई। कंस उनके साहस को पराजित नहीं कर सका। अपने सातवें पुत्रा को इतने अद्भुत ढंग से बचा ले गए, जिसे हमारी कथाओं में योगमाया की लीला ही माना जा सका। भक्ति के धरातल पर आस्था की यह कथा ही राजनीति के धरातल पर एक अत्यन्त दुष्ट और शक्तिशाली शासक के विरुद्ध स्वतन्त्राता के संघर्ष की गाथा है। वसुदेव के आरम्भिक संघर्ष के पश्चात् इस युद्ध को स्वयं कृष्ण लड़ते हैं और गोकुल से आरम्भ कर, मथुरा और द्वारका से होते हुए, कुरुक्षेत्रा तक वे राक्षसों का वध करते हैं। समकालीन हिन्दी साहित्य के प्रख्यात लेखक नरेन्द्र कोहली का जन्म 1940 में स्यालकोट, पंजाब (अब पाकिस्तान में) में हुआ। बी.ए. आॅनर्स (हिन्दी) बिहार में किया। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. और पीएच.डी. किए। दिल्ली के पी.जी.डी.ए.वी. (सान्ध्य) काॅलेज से नौकरी शुरू करके 1965 में मोतीलाल नेहरू काॅलेज में पहुंच गए और यहीं से स्वैच्छिक अवकाश प्राप्त कर लिया।We have made it easy for you to find a PDF Ebooks without any digging. And by having access to our ebooks online or by storing it on your computer, you have convenient answers with वसुदेव. To get started finding वसुदेव, you are right to find our website which has a comprehensive collection of manuals listed.
Our library is the biggest of these that have literally hundreds of thousands of different products represented.
Pages
544
Format
PDF, EPUB & Kindle Edition
Publisher
HIND POCKET BOOKS
Release
ISBN
8121614732
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